मोदी सरकार का फैसला- आयुष्मान भारत के तहत होगा कोरोना के मरीजों का इलाज
अम्बुज यादव
कोरोना वायरस इस समय करीब पूरे विश्व में फैल चुका है। इसकी वजह से भारत में भी लॉकडाउन कि स्थिति है। वहीं इस महामारी को लेकर भारत भी जंग लड़ने के लिए तैयार है। यही वजह है कि मोदी सरकार की तरफ से लगातार जरुरी कदम उठाए जा रहे हैं। इस बीच सरकार ने आयुष्मान भारत योजना में कोरोना वायरस के पैकेज को जोड़ने का फैसला किया है। इसके तहत सभी लाभार्थियों को आयुष्मान भारत के मौजूदा मानदंड़ो के अनुसार शामिल किया जाना है।
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पिछले कुछ दिनों से कोरोना की वजह से मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है, जिसका नतीजा है कि भारत में अब तक मरीजों की संख्या 511 हो गई है। यही नहीं 10 लोगों की मौत भी हो गई है। ऐसी स्थिति में भारत सरकार औऱ स्वास्थ्य विभाग इसे गंभीरता से लेते हुए लोगों को सावधान कर रही है। वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इससे लड़ने का एक ही तरीका औऱ एक ही इलाज बताया है वो है टेस्ट। मतलब अगर आप इससे बचना चाहते है तो थोड़ा भी लक्षण दिखाई दे तो तुंरत जांच कराएं।
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कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए मोदी सरकार ने आयुष्मान भारत योजना का दायरा बढ़ाने का फैसला लिया है। इस फैसले में आयुष्मान भारत योजना में कोरोना वायरस से इलाज को भी जोड़ा है। इसको देखते हुए माना जा रहा है कि कोरोना वायरस के जांच के लिए अब सरकार प्राइवेट कंपनियों के साथ मिलकर लैब की संख्या बढा सकती है। यह फैसला इस लिए लिया गया है कि आने वाले समय में कोरोना के संदिग्धों का जल्द से जल्द इलाज हो और इस बीमारी को रोका जा सकें।
वही इसी बीच स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि हमे ज्यादा सावधान रहने की जरुरत है क्योंकि जब से कोरोना फैला है तब से विदेशों से तकरीबन 14 हजार लोग भारत आए है। उनमें से केवल 8000 लोग ही हमारे क्वारनटीन सेंटर में है। बाकी बचे कहां है यह किसी को नहीं पता। इसलिए जितना हो सके घरों में रहे और सुरक्षित रहें।
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